Sunday, August 11, 2019

दिल चाहता है.


एक शायरी करने का दिल चाहता है. दिल से दिल्लगी करनेका दिल चाहता है.
धड़कन तो गैरों के लिये धड़कती है, आज खुद के लिये धड़कने का दिल चाहता है.
पलटकर जिंदगी के पुराने पन्नो पे कुछ नया लिखने का दिल चाहता है.
फिर से उनसे दोस्ती, फिर से उनसे मोहब्बत करने का दिल चाहता है.
उनके प्यार को पाने की मशक्कत, उनके अश्क के दीदार करने की जरूरत;
मोहब्बत को सरेआम करने का दिल चाहता है, मोहब्बत में बदनाम होने का दिल चाहता है.
खुद से बातें करने का दिल चाहता है, खुद से खेलने का दिल चाहता है.
खुद से खुश रहने का इंतजाम करने का दिल चाहता है, सामने बैठे अजनबी को एक मुस्कान करने का दिल चाहता है.
भविष्य को सवांरने से ज्यादा वर्तमान को बर्बाद करने का दिल चाहता है.
एक कागज़, एक कलम, एक दवात और साथ में एक बददिमाग,
एक शायरी करने का दिल चाहता है, आज कुछ लिखने का दिल चाहता है. :)