जनाबे अली! बड़े दिनों बाद अपना ब्यौरा देने आया हूँ. लेट लतीफी के लिए माफ़ी. जानाब खुश खबर ये है की मैंने जापानी की पढाई में एक और सीढ़ी उपर आ गया हूँ. मेरी दिल्ली विश्वविद्यालय से हो रही पीजी डिप्लोमा पूरी हो गयी है इसी जून महीन में. और अभी सफ़र ज़ारी है. इसी नाते मैं अभी इस भाषा में परास्नातक भी करने का विचार कर रहा हूँ. और वो भी समझ लीजिये की सफर की शुरुआत होने वाली है.
अरे हाँ! मैं तो एक बात बताना भूल गया था. ये एक वाकई में मेरे जीवन की एक अच्छा पडाव है. तो भाईयों और उनकी बहनों~! खुश खबर ये है की मैं जापान फाउंडेशन में जापनी मास्टर के रूप में इसी जुलाई से पढ़ाने लगा हूँ. ये जीवन का सबसे अहम पल मानते हुए इसे अच्छे से करने का भरसक अपना सौ प्रतिशत दूंगा. और साथ ही साथ आप लोगों के दुआओं की ज़रूरत. मेरी गुरु चिआकी सनेसेई और फिर ताकेई सनेसेई और मुराकामी सनेसेई, जिन्हें मैं तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ. और मेरी ♥नेको♥ को भी जो मेरी हमेशा से प्रेरणा रही है.
आज के लिए इतना काफी है. फिर मिलेंगे चलते चलते ..... :)
अरे हाँ! मैं तो एक बात बताना भूल गया था. ये एक वाकई में मेरे जीवन की एक अच्छा पडाव है. तो भाईयों और उनकी बहनों~! खुश खबर ये है की मैं जापान फाउंडेशन में जापनी मास्टर के रूप में इसी जुलाई से पढ़ाने लगा हूँ. ये जीवन का सबसे अहम पल मानते हुए इसे अच्छे से करने का भरसक अपना सौ प्रतिशत दूंगा. और साथ ही साथ आप लोगों के दुआओं की ज़रूरत. मेरी गुरु चिआकी सनेसेई और फिर ताकेई सनेसेई और मुराकामी सनेसेई, जिन्हें मैं तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूँ. और मेरी ♥नेको♥ को भी जो मेरी हमेशा से प्रेरणा रही है.
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